Desh Bhakti essay in Hindi : Desh Prem par Nibandh
अपने देश की सुरक्षा और उसकी खुशहाली के लिए हर समय तैयार रहने को ही देश प्रेम कहा जाता है। भारत का इतिहास गवाह है के इस देश में अनेक देश भक्तों ने जन्म लिया और उन्होंने देश के लिए अपना महान बलिदान दिया उनके बदौलत ही आज हम स्वतंत्र भारत के निवासी हैं। इसीलिए हमारा देश महान है।हर इंसान के ह्रदय में अपने देश के प्रति देश भावना जरूर होती ही और उसका अपनी जन्म भूमि के प्रति लगाव होता है। इंसान अपने देश से चाहे कितना भी दूर क्यों ना चला जाए कभी ना कभी उसे अपने देश की याद अवश्य आती है। केवल मानव ही नहीं इस लगाव से जुड़ा है बल्कि जीव जंतु भी अपने स्थान से प्यार करते हैं।
Desh Bhakti Speech in Hindi (Swadesh Prem)
जन्म भूमि चाहे कैसी भी हो गर्म हो ठंडी हो रेतीली हो जा फिर पहाड़ी हो सभी को अपनी जगह प्रिय होती है। जन्मभूमि का स्थान तो स्वर्ग से भी ऊपर होता है। इसीलिए देश के हर एक नागरिक को चाहे उसका धर्म कोई भी हो सबसे प्रथम उसे अपने देश से प्रेम होना चाहिए क्योंकि देश की सुरक्षा में भी उसकी खुद की और उसके धर्म की सुरक्षा है।अपने जीवन में सबसे पहले हमें अपने देश प्रेम को सबसे प्रथम और ऊंचा स्थान देना चाहिए जब तक शरीर में आखरी सांस है हमें अपने तन -मन और धन से अपने देश की रक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए।
Desh Bhakti essay in 250 Words for Kids
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