Essay on Delhi Metro in Hindi
दिल्ली मेट्रो दिल्ली के लोगों के लिए किसी सपने से कम नहीं थी दिल्ली में इसकी शुरुयात 24 दिसम्बर 2002 को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा की गयी थी। दिल्ली मेट्रो का प्रथम रुट उत्तरी दिल्ली के शाहदरा से तीसहजारी तक का था। सुरक्षा के नज़रिये से मेट्रो पूरी तरह आधुनिक सुविधाओं से लैस है। इस मेट्रो में चारों ओर सी. सी टीवी कैमरे लगे हुए हैं। दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) ट्रेन परियोजना में सबसे अधिक योगदान जापान देश का है जो लगभग 56% है।
इस मेट्रो के अंदर जाने और बाहर आने के लिए माइक्रोप्रोसेसर नियंत्रित दरवाजे लगे हुए हैं। इस रेल सुविधा से दिल्ली के प्रदूषण पर बहुत ज्यादा सुधार देखने को मिला है। वाक्य ही इसने देश की उन्नति में एक बड़ा योगदान दिया है। आज मेट्रो का सफर दिल्ली के बाहर भी किया जा सकता है यह अब नोयडा और गुड़गांव से भी जुड़ गयी है।
दिल्ली मेट्रो से रोज़ाना लाखों की संख्या में लोग सफर करते हैं इसके शुरू होने से हज़ारों -लाखों लोगों की परेशानी समाप्त हो गयी है। जो लोग पहले अपना सफर 3 घंटों में तय करते थे दिल्ली मेट्रो के आ जाने से अब यह सफर मात्र 40-50 मिनटों में तय होने लगा है। यह ट्रेन हर स्टेशन पर मात्र 20 सेकंड्स के लिए ही रूकती है।
इसके इलावा मेट्रो में स्मार्ट कार्ड (Smart Card) की सुविधा भी दी गयी है जिससे यात्रियों को भीड़ की लम्बी लाइन में खड़े होने से छुटकारा मिला है। मेट्रो यातायात का एक सुविधाजनक और सस्ता साधन है इससे आप सडकों के जाम बसों की भीड़ से बचे रहते हैं और आपका समय भी बचता है मेट्रो से यात्री को ना किसी प्रकार की थकान होती है और न ही उसे लम्बी दूरी का एहसास होता है।
दिल्ली की बढती हुई जनसंख्या को देख दिल्ली मेट्रो सेवा की शुरुयात की गयी। यह मेट्रो सेवा हर प्रकार की सुख सुविधा से लैस है यह संसार की आधुनिक सेवा है यात्रियों की सुविधा को देखते हुए इसमें सभी स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है।
दिल्ली मेट्रो की नीली रेखा के कुछ stations पर पर्यावरण को मुख्य रखते हुए जल सरंक्षण जैसी योजनाओं को भी लागू किया गया है। साल 2014 में दिल्ली मेट्रो को Best मेट्रो सुविधा देने के लिए संसारभर में दूसरा स्थान हासिल हुआ था।
विभन्न काउंटरों पर यात्रियों के लिए स्मार्ट card की सुविधा दी गयी है। अपंग यात्रियों के लिए लिफ्ट का ख़ास प्रबंध किया गया है। दिल्ली मेट्रो हमें सड़क के भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचाकर आराम से अपनी मंजिल तक पहुँचाने में मदद करती है। इसने दिल्ली के यातायात को कम करने में एहम योगदान दिया है वाक्य ही इसमें सफर करना एक सुखद अनुभव महसूस करवाता है।
Read More
दिल्ली मेट्रो दिल्ली के लोगों के लिए किसी सपने से कम नहीं थी दिल्ली में इसकी शुरुयात 24 दिसम्बर 2002 को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा की गयी थी। दिल्ली मेट्रो का प्रथम रुट उत्तरी दिल्ली के शाहदरा से तीसहजारी तक का था। सुरक्षा के नज़रिये से मेट्रो पूरी तरह आधुनिक सुविधाओं से लैस है। इस मेट्रो में चारों ओर सी. सी टीवी कैमरे लगे हुए हैं। दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) ट्रेन परियोजना में सबसे अधिक योगदान जापान देश का है जो लगभग 56% है।
इस मेट्रो के अंदर जाने और बाहर आने के लिए माइक्रोप्रोसेसर नियंत्रित दरवाजे लगे हुए हैं। इस रेल सुविधा से दिल्ली के प्रदूषण पर बहुत ज्यादा सुधार देखने को मिला है। वाक्य ही इसने देश की उन्नति में एक बड़ा योगदान दिया है। आज मेट्रो का सफर दिल्ली के बाहर भी किया जा सकता है यह अब नोयडा और गुड़गांव से भी जुड़ गयी है।
दिल्ली मेट्रो से रोज़ाना लाखों की संख्या में लोग सफर करते हैं इसके शुरू होने से हज़ारों -लाखों लोगों की परेशानी समाप्त हो गयी है। जो लोग पहले अपना सफर 3 घंटों में तय करते थे दिल्ली मेट्रो के आ जाने से अब यह सफर मात्र 40-50 मिनटों में तय होने लगा है। यह ट्रेन हर स्टेशन पर मात्र 20 सेकंड्स के लिए ही रूकती है।
इसके इलावा मेट्रो में स्मार्ट कार्ड (Smart Card) की सुविधा भी दी गयी है जिससे यात्रियों को भीड़ की लम्बी लाइन में खड़े होने से छुटकारा मिला है। मेट्रो यातायात का एक सुविधाजनक और सस्ता साधन है इससे आप सडकों के जाम बसों की भीड़ से बचे रहते हैं और आपका समय भी बचता है मेट्रो से यात्री को ना किसी प्रकार की थकान होती है और न ही उसे लम्बी दूरी का एहसास होता है।
--------------------------------------------------------------------------------
Essay on Delhi Metro in Hindi in 200 words
Essay on Delhi Metro - भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपायी के द्वारा 24 दिसम्बर 2002 को दिल्ली की पहली रेल मेट्रो सेवा का उद्घाटन किया गया। यह रेल सेवा शाहदरा से तीस हजारी के माध्य दौड़ी। दिल्ली मेट्रो रोजाना 75 हज़ार किलोमीटर दौड़ती है दिल्ली मेट्रो में रोजाना लगभग 25 लाख लोग यात्रा करते हैं।दिल्ली की बढती हुई जनसंख्या को देख दिल्ली मेट्रो सेवा की शुरुयात की गयी। यह मेट्रो सेवा हर प्रकार की सुख सुविधा से लैस है यह संसार की आधुनिक सेवा है यात्रियों की सुविधा को देखते हुए इसमें सभी स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है।
दिल्ली मेट्रो की नीली रेखा के कुछ stations पर पर्यावरण को मुख्य रखते हुए जल सरंक्षण जैसी योजनाओं को भी लागू किया गया है। साल 2014 में दिल्ली मेट्रो को Best मेट्रो सुविधा देने के लिए संसारभर में दूसरा स्थान हासिल हुआ था।
विभन्न काउंटरों पर यात्रियों के लिए स्मार्ट card की सुविधा दी गयी है। अपंग यात्रियों के लिए लिफ्ट का ख़ास प्रबंध किया गया है। दिल्ली मेट्रो हमें सड़क के भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचाकर आराम से अपनी मंजिल तक पहुँचाने में मदद करती है। इसने दिल्ली के यातायात को कम करने में एहम योगदान दिया है वाक्य ही इसमें सफर करना एक सुखद अनुभव महसूस करवाता है।
Read More
0 comments: