Essay on Kasturba Gandhi in Hindi कस्तूरबा गांधी पर निबंध
कस्तूरबा गांधी महात्मा गांधी जी की धर्मपत्नी थी। भारत की आज़ादी की लड़ाई में कस्तूरबा गांधी ने महात्मा गांधी का पूरा साथ दिया था। वे भारत की महान महिलाओं में से एक थी।Kasturba Gandhi Essay (Great Woman)
मात्र 7 साल की उम्र में आपकी सगाई गाँधी जी से कर दी गयी और जब आप 13 साल की हुई तो आपकी शादी कर दी गयी। आपने चार पुत्रों को जन्म दिया। शुरू शुरू में कस्तूरबा जात -पात के भेदभाव को मानती थी किन्तु महात्मा गांधी जी के साथ रहने से आपके स्वभाव में काफी परिवतर्न आ गया। उन दिनों समाज में भेद भाव की भावना फैली हुई थी।सन 1898 में जब गांधी जी दक्षिण अफ़्रीक की यात्रा पर गए तो कस्तूरबा भी उनके साथ गयी वहां पर भारतीय लोगों की हालत बहुत नाजुक थी वहां पर भारतीय लोगों के साथ भेद -भाव किया जाता था। आप ने इस भेद भाव को खत्म करने के लिए महात्मा गांधी का भरपूर साथ दिया और उन्हें सफलता भी हासिल हुई।
भारत की स्वतंत्रता के समय उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा। लगातार काम में जुटे रहने की वजय से वे बीमार रहने लगी और उन्ही दिनों गांधी जी के निजी सचिव महादेव भाई देसाई का देहांत हो गया कस्तूरबा उन्हें अपना बेटा समझती थी जिसकी मौत का सदमा कस्तूरबा सहन ना कर पायी और 22 फ़रवरी 1944 को उनका स्वर्गवास हो गया।
भारत के इतिहास में उनका नाम सदैव याद रखा जाएगा।
Kasturba Gandhi Biography 300 Words
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