Essay on My School in Hindi for 2 Class : Mera Vidyalaya par Nibandh
मेरा विद्द्यालय राजधानी दिल्ली में है। यह देशभर के जाने माने विद्द्यालयों में से एक है। इस विद्द्यालय में देशभर से छात्र पढ़ने के लिए आते हैं। इस विद्द्यालय में शिक्षा के सिवाए खेलों पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है। क्रिकेट , खो –खो , टेनिस और फूटबाल के खेल खेलने के लिए ख़ास प्रबंध किये गए हैं।मेरा विद्द्यालय (My School) की इमारत बड़ी ही सुंदर और विशाल है इमारत के चारों तरफ ऊंची ऊंची दीवारें बनी हैं सुंदर सुंदर घास के मैदान हैं और एक सुंदर बगीचा बना हुआ है यहां पर बहुत सारे रंग बिरंगे फूल लगे हुए हैं। बगीचे की एक तरफ फ़व्वारा है। विद्द्यालय में सुंदर सुंदर पेड़ भी लगे हैं कतारों में लगे पेड़ व सुंदर सुंदर फूल बड़ा ही सुंदर दृश्य उत्पन्न करते हैं।
विद्द्यालय की इमारत में लगभग 80 कमरे हैं क्लास के सभी कमरें खुलें और हवादार हैं। मेरे विद्द्यालय में मौजूद सभी अध्यापक बहुत अच्छे हैं सभी योग्य तथा उच्च विचारों वाले हैं। सभी अपने छात्रों के प्रति स्नेह की भावना रखते हैं। इस विद्द्यालय में 2 पुस्तकालय (Library) हैं यहां पर बड़ी ही अच्छी अच्छी पुस्तकें मौजूद हैं यहां पर आपको हर भाषा में पुस्तक मिल जाएगी। पुस्तकालय से छात्र पुस्तकें पढने के लिए ले जा सकते हैं।
My School Essay for Kids
विद्द्यालय में बहुत सारी विज्ञान की प्रयोगशालाएं हैं यहां पर हर प्रयोग करके दिखाए जाते हैं जिस कारण छात्रों को समझने में आसानी रहती है। इसके इलावा छात्रों को बड़े ही सरल तरीके से पढ़ाया जाता है उन्हें ज्यादातर प्रैक्टिकल , मानचित्र और चार्ट आदि तरीकों से समझाया जाता है।विद्द्यालय में साफ़ -सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है कलास के सभी कमरों की रोजाना सफ़ाई करवाई जाती है जो छात्र दूर से पढने के लिए आते हैं उनके रहने के लिए विशेष छात्रवास भवन बनाये गए हैं और उनके लिए खाने पीने का भी अच्छा प्रबंध किया गया है।
इसीलिए मेरा विद्द्यालय सबसे अच्छा विद्द्यालय है। मुझे इस पर गर्व है
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