Few Lines on Earth in Hindi
- पृथ्वी अपना चक्कर 23 घंटे 56 मिनट और 5 सेकंड्स में करती है।
- हमारी पृथ्वी 1670 घंटा प्रति किलोमीटर की रफ़्तार से घूम रही है।
- चांद धरती का एकमात्र उपग्रह है।
- सूरज के अंदर 13 लाख धरतियां समा सकती हैं।
- धरती को Blue Planet भी कहा जाता है ।
- हर वर्ष 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। ता जो हम पृथ्वी के साथ हो रहे खिलाबड़ के प्रति लोगों को जागरूक कर सकें।
- पृथ्वी हमारी आकाशगंगा का एकमात्र ऐसा ग्रह है जहां जीवन पनप सकता है।
- वैज्ञानिकों का अनुमान है कि पृथ्वी लगभग लाख पौधों की प्रजातियों 6 लाख से अधिक का फफूंद तथा लगभग एक करोड़ जानवरों की प्रजातियों का घर है।
पृथ्वी गैस के एक बादल से घिरी हुई है जिसे प्लाजमा स्फीयर कहा जाता है यह बादल धरती को घिरे रहने वाले कुछ खास कणों के साथ प्रतिक्रिया करते हैं जिससे एक अदृश्य ढाल बन जाती है। जो हमेशा हमारे ग्रह को घेरे रखती है। जह ढाल सुपर फास्ट इलेक्ट्रॉन्स को धरती पर पहुंचने से रोकती है जो अंतरिक्ष में तेज गति से सफर करते रहते हैं यदि वे धरती के वायुमंडल में प्रवेश कर जाए तो पृथ्वी को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं।
Recycling में माहिर पृथ्वी -
जिस जमीन पर हम चलते हैं वह रीसायकल होती रहती है इसकी शुरुआत एक ग्रह के केंद्र में स्थित बेहद गर्म मैग्मा के रूप में होती है यह सतह की और धकेली जाती है और ठंडी होते-होते कठोर चट्टान बन जाती है हवा उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में घिसती रहती है जो फिर से मिट्टी में मिल कर दोबारा मैग्मा में समाकर गर्म हो जाते हैं यही चक्कर बार-बार दोहराया जाता है।
एकदम सही जगह पर है पृथ्वी -
पृथ्वी एक झुकी हुई धुरी पर घूमती रहती है यह झुकाव दक्षिण तथा उत्तरी ध्रुव के बीच है यदि हमारा ग्रह किसी भी अन्य कोण पर झुका होता तो या फिर यह सूर्य से थोड़ी अधिक दूर या पास होता तो तापमान बहुत तेजी से बदलने लगता जैसे जहां जीवन का पनपना असंभव हो जाता।
आज भी एक बड़ा रहस्य -
पृथ्वी के महासागरों के लगभग 95% जो कि धरती का 70% से अधिक हिस्सा है के बारे में हमें अभी तक कुछ पता नहीं है क्योंकि इन हिस्सों को अभी तक खोजा नहीं गया है वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इन अनदेखे समुद्रों में लगभग एक लाख अनजान प्रजातियां रहती होंगी धरती पर भूमि के कई हिस्सों जैसे के न्यू गिनी के वर्षावन भी अभी तक इंसान की पहुंच से दूर है इसका अर्थ है कि पृथ्वी पर अभी बहुत सी चीजों की खोज होनी बाकी है।
पृथ्वी पर निबंध Short Essay on Earth in Hindi
0 comments: