Saksharta Abhiyan Essay in Hindi : साक्षरता अभियान पर निबंध
अन्तराष्ट्रीय साक्षरता दिवस हर साल 8 सितम्बर को संसारभर में मनाया जाता है। यह दिवस संसार में साक्षरता के लिए व्यापक अभियान का संदेशवाहक है। जिसका मुख्य उदेश्य पढ़ाई और इसके महत्व के प्रति देशभर में लोगों को जागरूक करना है। साक्षरता का असली मतलब है वो ज्ञान जिससे हम अपने जीवन में आये अवसरों की पहचान कर सकें। इसका उदेश्य निरक्षता ख़ासकर महिलाओं में निरक्षता को कम करना है क्योंकि भारत की आबादी का एक तिहाई हिस्सा अभी निरक्षक है और महिलाओं की ज्यादातर आबादी पढ़ -लिख नहीं पाती और भारत में निरक्षक लोगों की संख्या दुसरे देशों से ज्यादा है जो सरकार के सामने बड़ी चनौती भी है।
इसीलिए हमारे देश में शिक्षा का प्रसार ज्यादा से ज्यादा करने के लिए भारत सरकार द्वारा बहुत सारे अभियान चलाये जा रहे हैं जैसे सर्व शिक्षा अभियान , प्रौढ़ शिक्षा अभियान , मिड डे मील योजना और राजीव गांधी साक्षरता मिशन चलाए जा रहे हैं दिनभर दिन शिक्षा के लिए कड़े प्रयास किये जा रहे हैं। क्योंकि एक अनपढ़ आदमी ख़ुद का भला नहीं सोच सकता तो भला वो राष्ट्र के विकास में क्या योगदान देगा। शिक्षा एक वरदान है और निरक्षता एक अभिशाप है हम सभी को इस दिशा में भरपूर साथ देना चाहिए।
साक्षरता एक वरदान है :
"कदम से कदम मिलाना है
सबको साक्षर बनाना है
सपना साकार कर दिखाना है
बापू के सपनों का भारत बनाना है"
साक्षरता विकास और आज़ादी की प्रतीक है किसी देश की उन्नति वहां के लोगों पर निर्भर करती है अगर उस देश के लोग शिक्षित होंगे तो देश में हर तरह की प्रगति और उन्नति होगी और यदि वहां के लोग निरक्षित हैं तो वहां विकास संभव नहीं हो सकता।सबको साक्षर बनाना है
सपना साकार कर दिखाना है
बापू के सपनों का भारत बनाना है"
Saksharta Abhiyan Essay
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